With this technology, passengers' entry to the Airport, pre-security check area and Boarding Gates would be automatically processed based on facial recognition system (FRS). The process would be significantly faster and seamless as each passenger would need less than 3 seconds at every touchpoint. Your face will be your boarding pass, acting as your documents, like ID proof, etc. The technology is also integrated with the Airlines Departure Control System, so only authenticated passengers will be able to enter the terminal.
इस तकनीक के साथ, हवाई अड्डे पर यात्रियों के प्रवेश, पूर्व-सुरक्षा जांच क्षेत्र और बोर्डिंग गेट्स स्वचालित रूप से चेहरे की पहचान प्रणाली (एफआरएस) के आधार पर संसाधित होंगे। यह प्रक्रिया काफी तेज और निर्बाध होगी क्योंकि प्रत्येक यात्री को हर टचपॉइंट पर 3 सेकंड से कम की आवश्यकता होगी। आपका चेहरा आपका बोर्डिंग पास होगा, आपके दस्तावेजों के रूप में कार्य करेगा, जैसे आईडी प्रूफ, आदि। प्रौद्योगिकी एयरलाइंस प्रस्थान नियंत्रण प्रणाली के साथ भी एकीकृत है, इसलिए केवल प्रमाणित यात्री ही टर्मिनल में प्रवेश कर पाएंगे।